“नामर्द को सत्य कड़वा लगता है”
राजीव तलवार – नाम तो आपने सुना ही होगा , कौन है जो आज इन्हें नही जानता , देश का बच्चा-बच्चा इनको चेहरे से पहचानता है, इंटरनेट की दुनिया मे मीम बनकर छा जाने वाले ये शख्श उत्तर-प्रदेश के आज़मगढ़ जिले के रहने वाले है। इनका असली नाम “राजीव सिंह” है। रत्ना पब्लिक स्कूल के मालिक राजीव, पेशे से एक शिक्षक थे किंतु बच्चों को गाली सिखाने के आरोप में इन्हें जेल भेज दिया गया था। वही से बुराई के खिलाफ इनके जंग की शुरुआत होती है। जेल में रहते हुए इन्होंने एहसास किया कि – अत्याचार बहुत हुआ, अब मरूँगा तो भगत सिंह बनकर मरूँगा,
” डर कर नही, लड़ कर मरना है”
जेल से छूटने के कुछ दिनों बाद स्कूल का सारा कार्य-भार अपनी पत्नी “प्रिया” को सौंप कर इन्होंने एक चैनल बनाया जिसका नाम “उल्लू टीवी” रखा। इसी चैनल के माध्यम से राजीव तलवार अपनी गजब पत्रकारिता और गालियों की वजह से पूरे देश मे मशहूर होने लगे। ये विश्व के पहले ऐसे व्यक्ति है जिन्होंने गाली को अपना हथियार बनाया है और समाज में पनप रही बुराईओं और देश के भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया। यही अनोखापन इनको भीड़ से अलग कर इन्हें एक नाम और पहचान देता है।
शहर के कुछ लोग इन्हें पागल भी कहते है। लेकिन वही देश के तमाम शहरों से लोग इनके साथ लगातर जुड़ते भी जा रहे है। बुराई के खिलाफ आवाज उठाने वाले राजीव कहते है
“अगर उन्हें एक लाख मर्द मिल जाये तो पूरा सिस्टम बदल देंगे।”
जिले के सभी कर्मचारी, अधिकारी इनके मिज़ाज़ से वाकिफ है। इनकी एक आहट से दुष्ट कर्मचारियों का दिल दहल जाता है। जो भी जनता के साथ अन्याय करता है वहां राजीव ढाल की तरह जनता के बीच खड़े हो जाते है।
आज के ज़माने का ये भगत सिंह , अपनी जुनूनीयत के दम पर एक मुकाम हसिल कर चुका है।
देश की सभी जनता और नौजवानो से निवेदन है कि – राजीव तलवार के साथ खड़े होकर बुराई के खिलाफ लड़ने में मदद करें। देश मे ऐसे क्रांतिकारी बड़ी मुश्किल से पैदा होते है।
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